“अजी सुनते हो, पटना वाली मौसी का फोन आया था। बता रहीं थीं विक्की की नौकरी
लग गई।“ पत्नी ने कहा।
पति ने पूछा, “अब ये विक्की कौन है?”
पत्नी ने झुँझलाते हुए कहा, “विक्की मेरी मौसी का लड़का
है। याद नहीं है हमारी शादी में उसीने तुम्हारे पिछवाड़े में पटाखों की लड़ियाँ बाँध
दी थी।“
पति ने कहा, “अब उस भीड़भाड़ में मैं तुम्हारे विक्की को देखता
या फिर पटाखों से अपनी जान बचाता? ऐसे भी दस साल से ऊपर हो गये
उस दुखद घटना को। अब तक किस किस विक्की को याद रखूँ?”
पत्नी ने कहा, “लगता है तुम विक्की की नौकरी से खुश नहीं हो?”
पति ने कहा, “अब भला उसकी नौकरी से मैं क्यों खुश होने लगा।
तुम तो ऐसे कह रही हो कि पगार मिलते ही वह सारे पैसे लाकर मेरे चरणों में डाल देगा।“
पत्नी ने कहा, “पता है, विक्की ने दुर्गापुर
के किसी अच्छे कॉलेज से इंजीनियरिंग की है। इसी साल तो उसने बीटेक निकाला है। अभी रिजल्ट
भी नहीं आया है। लेकिन कैंपस प्लेसमेंट में उसका सेलेक्शन हो गया। मौसा जी बता रहे
थे कि किसी प्रेशर कुकर बनाने वाली कम्पनी में बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर की पोस्ट मिली
है। है न बहुत बड़ी बात?”
पति ने कहा, “ये बहुत अच्छी बात है। लेकिन यदि रिजल्ट आने
पर फेल कर गया तो क्या होगा? तब तो उसे नौकरी से निकाल देंगे।“
पत्नी ने कहा, “तुम्हें शायद पता नहीं है। इन प्राइवेट इंजीनियरिंग
कॉलेजों में किसी को फेल नहीं करते। इसलिए इसका कोई रिस्क नहीं है।“
पति ने कहा, “लेकिन एक बात समझ में नहीं आई। उसने पढ़ाई तो
इंजीनियरिंग की की है। फिर प्रेशर कुकर का सेल्समैन कैसे बन गया?”
पत्नी ने कहा, “तुम्हारी तो आदत बन चुकी है मेरे परिवार वालों
का मजाक उड़ाने की। अरे सेल्समैन नहीं है, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर
है।“
पति ने कहा, “अब तुम्हारे परिवार वालों से तो मेरा मजाक
का रिश्ता है। उनका मजाक उड़ाना तो मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। खैर छोड़ो, तुम्हें पता नहीं है कि आजकल ये कम्पनी वाले इसी तरह के फैंसी डेजिग्नेशन देकर
लोगों को उल्लू बनाते हैं। कोई बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर, तो कोई
टेरिटरी डेवलपमेंट मैनेजर, तो कोई प्रोफेशनल सर्विस ऑफिसर,
और न जाने क्या क्या नाम दे डालते हैं अपनी कंपनी के सेल्स रिप्रेजेंटेटिव
को। लेकिन काम तो उन्हें सेल्स का ही करना है। अरे जब सेल्समैन ही बनना था तो फिर इंजीनियरिंग
करने की जरूरत ही क्या थी। बीए कर लेते और काम पर लग जाते। माँ बाप के पैसे भी बच जाते
इससे।“
पति ने आगे कहा, “जिसे देखो वही आजकल इंजीनियर बन रहा है। लेकिन
इंजीनियरिंग वाला काम बहुत कम ही लोग कर पा रहे हैं। मेरी बुआ की लड़की तो किसी बड़ी
कम्पनी के दफ्तर में सारा दिन डाटा एंट्री करती रहती है और उसका डेजिग्नेशन है टीम
लीड। डेजिग्नेशन कुछ भी हो लेकिन काम तो हेड क्लर्क का ही है; माने बड़ा बाबू।“
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